Chapter 5

Chapter 5

कुछ गांव वाले भी उसके साथ गाने लगे
नाचने भी लगे
बिल्कुल फिल्मी अंदाज में
और उनकी देखा देखी
सारे गांव वालों ने गाना शुरू कर दिया
हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई
सबने मिल कर ये गाना गाया

जल्दी शादी बरबादी बरबादी

अचानक ही सबको ये बात समझ आने लगी
जल्दी शादी बरबादी बरबादी
छोटे से छोटा परिवार सुखी परिवार
शख्स की आँखों में आखिरकार आंसू आ गए
सबने मिलकर उस को कंधे पर उठा लिया
और उसका आदर सत्कार किया

शख्स मन ही मन सोच रहा था
यहां तो वो अपना संदेश फैलाने में कामयाब हो गया
तेरा लाख लाख शुक्र है ऊपर वाले
लेकिन हां
कल उसे किसी और गांव, प्रदेश, या शहर के लिए चले जाना है
अपने इसी संदेश के लिए……..

मैं तो चला जिधर चले रस्ता
मुझे क्या खबर है
कहां मेरी मंजिल…………..

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