Chapter 7
ये तो आप समझ ही गए होंगे कि
इनका नाम शख्स क्यों रखा गया
नहीं समझे अभी तक तो सुनिए
देवियों और सज्जनों
अगर इसका हिन्दू नाम होता
तो मुसलमान कहता कि मैं क्यों मानू
इनका नाम मुसलमान होता तो
हिन्दू कहता कि मैं क्यों मानू इसकी बात
यही तो समस्या है पूरी दुनिया की
कोई खुशहाल नहीं होना चाहता
सब सोचते हैं कि हमारी आबादी ज्यादा होगी
तो हम राज करेंगे एक दिन पूरी दुनिया पर
जाने वो दिन कब आएगा
ऐसा कभी नहीं होगा
धर्म जात पात से दुनिया में विभाजन होते हैं
दरारें पड़ती है, और कुछ नहीं
हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई
सब एक हैं, कोई फर्क नहीं
इंसानियत ही सबसे बड़ा धर्म है
इंसानियत से ऊपर कोई धर्म नहीं
रोटी कपड़ा मकान
बस ये बढ़िया होना चाहिए
बाकी सब बेकार
और ऐसा तभी हो सकता है
जब हम समझें कि
जल्दी शादी बरबादी बरबादी
और छोटा परिवार ही सुखी परिवार
आगे आपकी मर्जी
सुखी रहना है
या आपस में कम्पटीशन ही करना है
गरीबी का ऐसे कोई अंत नहीं होगा कदापि