प्रकृति और शान्ति

प्रकृति और शान्ति
ये इतनी आसान विधि है
वैसे तो आप और मैं इसे किसी भी नाम से बुला सकते हैं
शुरू में हम केवल दो नाम देते हैं
प्रकृति अथवा शान्ति का ध्यान

अगर आप किसी भीड़ भाड़ वाले शहर में रहते हैं
तो ऐसा कीजिए कि छत पर चले जाईए
ज्यादा से ज्यादा एक घंटा
कहीं भी आराम से विराजमान हो जाईए जनाब
किसी भी तरह के मंत्र की जरूरत नहीं है
बस शान्ति से बैठिए और छत का आनंद लीजिए
प्रकृति की छटा का आनंद लीजिए
आसमान का इस समय कौनसा रंग है
बादल हैं के नहीं
पक्षी चिड़िया आदि की चहचहाहट
सूर्य में इस समय कितनी तीव्रता है
क्या रंग है
सूर्यादय या सूर्यास्त का वक़्त है तो और भी बढ़िया
नजारा ही अलग होता है
केवल शर्त ये है कि कुछ बोलना नहीं है
अरे जब आप अकेले होंगे तो बोलेंगे किस से

थोड़े ही समय के उपरांत
आपको जादू का अनुभव होगा
और एक ऐसे अदभुत ज्ञान की प्राप्ति होती रहेगी
जो ना किसी संसार की पढ़ाई लिखाई में है
ना किसी यारी दोस्ती में………