पूजा, आस्था, वहम, लालच, टोटका, डर, विशवास, मन्त्र, तन्त्र, वास्तु, यज्ञ, तीर्थ, भजन, कीर्तन…..
मैं तो कहता हूं उपरोक्त शब्दावली में भले ही सारे शब्द छोड़ केवल दो शब्दों को चुन लो-
आस्था और विशवास
और किसी बात की आवश्यकता नहीं है मुझे या आपको
यकीन मानिए
हमें चाहिए अटूट विशवास केवल
कोई तन्त्र मन्त्र भजन कीर्तन हो ना हो
बाकी सारे उपाय करो के ना करो
मानो के ऊपर वाला भी यही कह रहा है सबसे
सुन रहा है ना तू………..