हर धर्म कुछ कहता है

हर धर्म कुछ कहता है
इस बात को समझने वाले बहुत ही कम हैं निसंदेह
बहुत ही कम

जो अपने धर्म का पालन शांतिपूर्वक करते हैं
और चैन की नींद सोते हैं,
ऐसे केवल 10% या 20% प्रतिशत हैं
और जो समझते नहीं
जिन्हें कोई ज्ञान नहीं
अपने धर्म का पालन करते भी नहीं
या पालन करते हैं तो जरूरत से ज्यादा

ये लोग सदैव अपने धर्म को बचाने में लगे रहते हैं
या धर्म से फायदा कैसे हो
ये बखूबी जानते हैं
ऐसे लोग क्या अपने धर्म को बचाएंगे
इनका धर्म इनसे कोसों ऊपर है
ये अपने आप को बचालें
और कब तक बचा पाएंगे
ये तो ऊपर वाला ही जानता है।