इतने धर्म ग्रन्थ

इतने धर्म ग्रन्थ और किताबें हैं जी
फिर जितने धर्म,
उनसे कई हज़ार लाख गुना लेख उन पर
और उतने ही विधि विधान
जो अगर हमने नहीं पूरे करे
तो हमरे ऊपर वाले जो हैं ना
कहीं नाराज़ ना हो जाए
कई लोग तो सारे ही विधि विधान
और तौर तरीके पूरे करने में लगे रहते हैं आजीवन
जितने तीरथ हैं सारे ही कर लूं बस कैसे भी
कोई भी चीज़ रह ना जाए जी
ऊपर जाकर अकाउंट भी तो चैक कराना है.

अरे ऐसा कुछ भी नहीं होने वाला
बस इतना कीजिए की थोड़े अच्छे काम करते रहिए
लेकिन अपने अच्छे कामों का प्रचार मत कीजिए
जैसा कि कई लोग करते रहते हैं.

और हां अपना खयाल रखिए सबसे पहले
क्योंकि अगर आप अपना ही ध्यान नहीं रखेंगे
तो किसी और का भी ध्यान नहीं रख पाएंगे.