मेरेे पास 2 फोन हैं
और 3 कनेक्शन हैं
और दोनों ही फोन में व्हट्सप्प है
अब मैं अपने आप से दो तरीके से बात करता हूं
एक तो अंतर्मन की आवाज़ होती है
जिसके द्वारा हम अपने आप से ही बात करते रहते हैं
ये तो ऊपर वाले की देन हर इंसान को मिली है
मिली है कि नहीं.
लेकिन अब एक और तरीका मिल गया है
और वो ये है कि
कभी कभी मैं अपने आप को भी व्हट्सप्प मैसेज कर देता हूं अपने दूसरे फोन पर
जो भी मेरे मन में कोई प्रोत्साहन या आनंदित करने वाली बात आती है.
आपको हो सकता है
कि मेरी ये बात हास्यास्पद लगे
लेकिन इसके फायदे अनेक हैं
एक तो ये मेरी पर्सनल डिजिटल डायरी बन गई
दूसरा ये अनोखा यादों का संग्रहालय बन गया है.